समय एक ऐसा पल है जिसको गुजरना ही है,
ये हम सब जानते है।फिर भी वक्त गुजरने के बाद हम हाथ मलते रह जाते है।
और वक्त रहते हम कोई काम नहीं कर पाते और हमेशा सोचते है वक्त बहुत है लेकिन समय बहुत तेजी से बदल रहा होता है।
सेहत – ऐसी ही हालात हम अपनी सेहत के साथ भी करते है
जब हम स्वस्थ रहते है तो बहुत सारा दबाव अपने ऊपर लेते है।
जैसे खाना जो भी होता है हम खाते जाते है, खाते जाते है। चाहे वह स्वास्थ्य पर कैसा भी असर डाले ।बिना सोचे समझे हम पेट भर लेते है।
इसी तरह हम अपने दिमाग के साथ भी करते है।
जो भी समाचार हो दिमाग में भरते जाते है ,
बिना सोचे समझे ,चाहे वह आपके दिमाग पर कैसा भी असर डाले।
अंत में पता तब जाके लगता है जब हमारी तबीयत खराब होती है।
सम्बन्ध – इसी तरह हमारे संबंधों के साथ भी होता है।
जब तक होता है उसकी अहमियत पता नहीं चलती।
जब संबंध नहीं रहते तब जाके उसकी अहमियत पता चलती है।
और हम पछताते रह जाते है।
हमें ऐसा लगता है समय, सेहत
और सम्बन्ध
इन तीनों की कोई कीमत नहीं होती, अक्सर इन सब को खोने के बाद इनकी कीमत का पत्ता चलता है।