गद्दार कौन

एक जंगल में दो बंदर दोस्त रहते थे दोनों की दोस्ती पूरे जंगल में मशहूर था दोनों एक साथ खाते थे एकसाथ बाजार जाते थे। अचानक ऐसा क्या हुआ कि दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए ?
बात कुछ दिन पहले की है दोनों दोस्त जंगल की पहाड़ी की ओर केले की तलाश में गए रास्ते में उसे एक बेहोश सियार मिला जो कि खून से लथपथ था।दोनों ने देखकर सोचा अगर इसे ऐसे ही छोड़ देंगे तो यह मर जाएगा! क्यों नहीं हम इसको अपने घर ले चले इस पर दोनों दोस्त मान गए और सियार को उठाकर अपने घर ले गए।
वहां सियार का डॉक्टर से इलाज करवाया और खूब सेवा की ,कुछ दिनों के बाद सियार पहले की तरह हो गया। अब सियार भी दोस्तों में शामिल हो गया और तीनों खूब मस्ती करते एक साथ रहते ।कुछ दिन तक तो ठीक था लेकिन सियार को दोनों की दोस्ती खटकती रहती थी। आखिरकार सियार ने दोनों दोस्तों को अलग करने का फैसला कर लिया।अब क्या था सियार के शैतानी दिमाग में विचार आने लगे कि कैसे उसको अलग किया जाए? एक दिन सियार जंगल में इधर उधर तक टहल रहा था कि उसकी नजर एक चीज पर पड़ी और उसके दिमाग में अलग करने का आइडिया आगया।
आखिर सियार ने क्या देखा? और सियार ने क्या योजना बनाई ?

जंगल में टहलने के दौरान सियार की नजर जंगल में कुछ केले के पेड़ पर पड़ी जिसमें पके केले लगे थे। जो कि बन्दर के नजर में नहीं आया था। अब क्या था सियार ने अगले दिन सवेरे उठकर केले लेकर उसको दो अलग जगहों पर छिपा दिया और कुछ केले के छिलके इधर उधर बिखरा दिये दोनों जगह और अब ये देखने लगा कि कब दोनों दोस्त अलग अलग मिलते है, कुछ समय बीतने के बाद एक बन्दर बाजार से कुछ सामान लेने के लिए निकलता है तो वह अपने दोस्त को भी चलने के लिए कहता है पर दूसरा बन्दर दोस्त कहता है कि उसे कुछ जरूरी काम है तुम जाओ। इस पर पहला बन्दर दोस्त बाजार चला जाता है । अब क्या था सियार को मौका मिल गया और दूसरे बन्दर को अपने बन्दर दोस्त के प्रति कान भरने लगा मगर बन्दर उसको बार बार डांट देता था मगर जब उसने कहा कि उसके पास सबूत है कि आपका दोस्त आपसे छुपकर केले खाता है और छिपाकर कर रखता है इस बात पर वह क्रोधित हो जाता है और गुस्से में आकर कहता है अगर तुम सही हो तो दिखाओ तो सियार उसको लेकर जाता है वहां जंहा उसने केले छिपाकर रखे होते है, केले को देखकर बन्दर आगबबूला हो जाता है और गुस्से से अपने दोस्त का इंतजार करने लगता है। इधर मौका पाकर सियार दौड़कर बाजार पंहुच जाता है और पहले वाले बन्दर का कान भरने लगता है लेकिन ये भी सियार को खूब डांटता है मगर जब उसको सियार ये कहता है कि उसके पास सबूत है तब जाकर सियार से सबूत दिखाने के लिए कहता है तो सियार उसको लेकर दूसरे जगह जाता है जहां उसने केले छिपाकर रखे थे केले को देखकर बन्दर आगबबूला हो जाता है । और गुस्सा से बिना कुछ सोचे समझे दौड़ पड़ता है घर की ओर । घर पंहुचते ही दोस्त को गद्दार कहता हुआ झगड़ने लगता है दूसरा दोस्त तो पहले से ही गुस्सा था दोनों में खूब हाथापाई होती है और अंत में दोनों दोस्त एक दूसरे को गद्दार कहता हुआ अलग हो जाता है । दूर एक पेड़ की ओट से सियार ये सब देखकर खुश होता है आख़िरकार उसकी योजना काम कर जाती है।
(१):इससे हमको ये सीखने को मिलता है कि बिना सोचे समझे कोई काम नहीं करना चाहिए।
(२) और आंख बन्द कर किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए ये देखना चाहिए कि
(३):जिसके बारे में बात हो रही है हम उसको कितना जानते है और किसी के प्रति कोई कदम उठाने से पहले उसको समझ लेते है।
Nice
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